Wednesday 2 July 2014

बजट बाद सोना हो सकता है सस्ता! Rajiv Kapoor

नई सरकार का पहला बजट जुलाई में पेश होगा। इस बजट से बाजार की उम्मीदें भी बंधी हुई हैं। क्योंकि, बजट में गोल्ड से जुड़े बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। बाजार की उम्मीदें हैं कि सरकार गोल्ड के 80-20 आयात नियम में राहत देगी और करीब 2 से 3 फीसदी तक इंपोर्ट ड्यूटी को कम करेगी। इससे न सिर्फ सोना सस्ता होगा बल्कि डिमांड और सप्लाई में अंतर होने से हाजिर बाजार में इसकी तेजी भी खत्म हो सकती है। 

बीते सप्ताह तेजड़ियों और मंदड़ियों की खींचतान के बीच बाजार किसी बड़ी खबर का इंतजार करता दिखा। सप्ताह के बीच असरदार खबर भी आ गई। इराक में गृह युद्ध और यूएस में जीडीपी के तिमाही आंकड़े बाजार पर अपना असर छोड़ने में कामयाब रहे। सोने-चांदी ने पूरे सप्ताह सीमित दायरे में कारोबार किया। यूएस के खराब जीडीपी आंकड़ों ने सोने चांदी की कीमतों को सपोर्ट भी दिया। वहीं इराक संकट के बवाजूद अमेरिका में कच्चे तेल की सप्लाई जारी रही। कच्चे तेल ने 105 डॉलर के सीमित दायरे में कारोबार किया। ज्यादा सप्लाई के चलते अमेरिका में कच्चे तेल के स्टॉक में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। दरअसल, आईएसआईएल ने इराक के अच्छे खासे इलाके पर कब्जा कर लिया था लेकिन दक्षिणी इराक उनके कब्जे से बाहर था। दक्षिणी इलाके से इराक 75 फीसदी से ज्यादा तेल का उत्पादन करता है। इसलिए कच्चे तेल की सप्लाई पर कोई फर्क नहीं पड़ा। ओपेक देशों में कच्चे तेल के उत्पादन करने के मामले में इराक दूसरे नंबर पर है। यह प्रतिदिन 3.50 मिलियन बैरल कच्चे तेल का उत्पादन करता है।
सोना –
यूएस के खराब जीडीपी आंकड़े सोने के लिए मजबूत फंडामेंटल दिखा रहे हैं लेकिन बाजार इसको फॉलो नहीं कर रहा है। इस सप्ताह प्रॉफिट बुकिंग के चलते भी सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई। बाजार में अच्छी तेजी के बाद स्थिरता का माहौल बन सकता है। इस सप्ताह सोना 27500 से  27900 के दायरे में कारोबार कर सकता हैँ। निवेशकों के लिए सलाह है कि वे सौदा बनाने से पहले सोने के भाव 27900 के ऊपरी स्तर पर ब्रेकआउट या 27500 के निचले स्तर पर ब्रेकडाउन का इंतजार जरूर करें। ट्रेडर्स इन दोनों स्तरों के टूटने के बाद ही सौदा बनाएं।
चांदी –
वाइट मेटल के नाम से मशहूर चांदी के पर लोगों का यकीन ज्यादा होता है। इस हफ्ते चांदी सोने की राह पर चलेगा। चांदी के 44000 से 45000 के दायरे में कारोबार करने के उम्मीद हैं। सोने वाली ही रणनीति चांदी के सौदे बनाने में प्रयोग करें।
क्रूड -
इराक गृह युद्ध की खबरों से क्रूड ऑयल की कीमतों को बाजार पहले ही भुना चुका है। अभी क्रूड ऑयल की सप्लाई बेहतर है। यह संकेत है कि आगे क्रूड ऑयल की कीमतें गिर सकती हैं। एमसीएक्स पर क्रूड ऑयल 6500 के मजबूत रजिस्टेंस जोन पर रहेगा। इसलिए निवेशक 6450 रुपए पर कच्चे तेल में बिकवाली कर सकते हैं। इस सप्ताह 6300-6200 का लक्ष्य देखने को मिल सकता है। लेकिन निवेशक 6525 रुपए के स्तर पर स्टॉपलास जरूर मेंटेन करें।  
कॉपर
चीन, एचएसबीसी के मजबूत मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई आंकड़े से कॉपर की कीमतों में चढ़ाव देखने को मिल रहा है। चीन की मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 50.80 ने बाजार की आशाओं से बढ़कर प्रदर्शन किया। बाजार ने 49.70 का अंदाजा लगाया था। वहीं पिछली बार भी बाजार ने  चीन के मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का अंदाजा 49.40 लगाया था। 50 से ज्यादा पीएमआई के आंकड़े इस बात का संकेत दे रहे हैं कि कॉपर की कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी। दरअसल, पीएमआई के आंकड़े चीन की अर्थव्यवस्था सुधरने के संकेत भी दे रहे हैं। इससे आने वाले दिनों में बेस मेटल का डिमांड बढ़ेगा। कॉपर खपत के मामले में चीन दुनिया के सबसे बड़े देशों में शामिल है। चीन पूरी दुनिया का 30 से 40 फीसदी कॉपर खुद खपत करता है। इस सप्ताह तकनीकी रूप से कॉपर 423 रुपए के मजबूत रजिस्टेंस के आस-पास है। यदि कॉपर इस स्तर को तोड़ता है तो तेजी देखने को मिलेगी, यह 435 से 440 रुपए तक के स्तर पर भी पहुंच सकता है।
निकेल
इस सप्ताह निकेल में तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं। निकेल 1050 रुपए के स्तर से चढ़कर 1130-1135 के अच्छे रजिस्टेंस पर है। लगातार दो कारोबारी सत्र में निकेल 1135 के ऊपर बंद होने में कामयाब रहा है। जिसके कारण इस सप्ताह निकेल की कीमतें 1155 से 1160 रुपए के स्तर पर पहुंच सकती हैं।
नैचुरल गैस
अमेरिका में नैचुरल गैस के साप्तिहक इन्वेंटरी डाटा के चलते गैस की कीमतें 265 रुपए के निचले स्तर पर थीं। हमने पिछले आर्टिकल में 295 का मजबूत रजिस्टेंस बताया था जो सही साबित हुआ। गैस की कीमतों में गिरावट जारी रहेगी। यह 260 रुपए के स्तर पर जा सकता है। निवेशक 270 के आस-पास बिकवाली करें। वहीं 275 पर स्टॉपलास जरूर मेंटेन करें।

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