बुधवार के सत्र रुपया अपने तीन हफ्तों के उच्चतम स्तर के करीब 59.69 के स्तर पर बंद हुआ।
केडिया कमोडिटी के अजय केडिया के मुताबिक डॉलर के मुकाबले रुपए में आज भी यह तेजी जारी रह सकती है, अगले एक से दो दिनों में 1 डॉलर की कीमत 59.30 पैसे के स्तर तक जा सकती है। साथ ही मध्यम अवधि के लिए रुपए की दिशा बजट में सरकार की ओर से लिए गए निर्णय पर निर्भर करेगी।
रुपए में आई तेजी के पांच बड़े कारण इस प्रकार है।
- शेयर बाजार में आई जोरदार तेजी इस ओर इशारा कर रही है कि विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय बाजारों में लगातार खरीददारी कर रहे हैं। शेयर बाजारों में डॉलर का इतना निवेश रुपए को मजबूती देता है।
- अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई और कंज्यूमर कॉन्फिडेंस के आंकड़े खराब आए हैं। जिसके चलते डॉलर में कमजोरी का माहौल है। इससे रुपए को सहारा मिलता है
- सरकार की ओर से बजट में कठोर कदम उठाने के संकेत दिए जा रहे हैं। इससे चालू खाता घाटा कम होने की उम्मीद है और महंगाई पर भी अंकुश लग सकता है। यह रुपए के लिहाज से अच्छी खबर है।
- इराक में संकट कम होने से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। 115 डॉलर का उच्चतम स्तर छूने के बाद फिलहाल ब्रेंट क्रूड की कीमतें 112 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। इससे कच्चे तेल का आयात सस्ता हो जाता है और इंर्पोट बिल में भी कमी आती है। जिसके कारण रुपए में मजबूती आती है।
- पिछले दो दिनों में चीन और जापान में आए अच्छे मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई आंकड़े आए हैं। जिससे एशियाई बाजारों में तेजी की संभावना को बल मिलता हैं। इस कारण आने वाले दिनों में रुपया और मजबूत हो सकता है।
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