मंगलवार को आने वाली क्रेडिट पॉलिसी से इंडस्ट्री और बैंक, सभी ने काफी उम्मीदें लगा रखी हैं। महंगाई दर घटने से रिजर्व बैंक को रेट घटाने के लिए एक कारण मिला है। लेकिन इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़े सुधरने के बाद, इस बात पर संदेह जताया जा रहा है कि रेट घटेंगे भी या नहीं।
बैंकर्स का मानना है कि रिजर्व बैंक इस बार उनकी और इंडस्ट्री की गुहार सुनेगा और रेट कटौती करेगा। अगर दिसंबर में नहीं, तो जनवरी में तो रेट घटना लगभग तय है।
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