कमोडिटी बाजारः बेस मेटल्स में क्या करें
2 महीने की ऊंचाई छूने के बाद लंदन मेटल एक्सचेंज पर मेटल में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है। मजबूत डॉलर ने भी मेटल पर दबाव बनाया है। साथ ही इटली के कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने भी मेटल्स को कमजोर किया है। अक्टूबर में इटली की आईआईपी ग्रोथ में अनुमान से ज्यादा गिरावट आई है।
घरेलू बाजार में भी मेटल्स 0.5 फीसदी तक लुढ़क गए हैं। एमसीएक्स पर कॉपर 0.3 फीसदी की गिरावट के साथ 447.25 रुपये पर कारोबार कर रहा है। निकेल, लेड और जिंक में भी 0.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। एल्यूमिनियम में 0.15 फीसदी की कमजोरी दिख रही है।
फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले सोने-चांदी पर दबाव बना है। यूरो के मुकाबले डॉलर में मजबूती से भी सोने पर दबाव बना है। मजबूत रुपये से घरेलू बाजार में सोना और चांदी कमजोर हो गए हैं। फिलहाल एमसीएक्स पर सोना 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ 31,370 रुपये पर कारोबार कर रहा है। वहीं चांदी 0.5 फीसदी से ज्यादा टूटकर 62,530 रुपये पर आ गई है।
कच्चे तेल में सुस्ती का माहौल है। अमेरिका में गैसोलीन के भंडार में बढ़ोतरी से नायमैक्स पर कच्चा तेल 85 डॉलर तक फिसल गया है। बुधवार को होने वाली ओपेक की बैठक पर अब बाजार की नजर लगी हुई है। दरअसल तेल भंडार ज्यादा होने और इटली में संकट से आगे भी कच्चे तेल में गिरावट का डर बना हुआ है। फिलहाल एमसीएक्स पर कच्चा तेल 0.7 फीसदी फिसलकर 4,670 रुपये पर आ गया है। वहीं नैचुरल गैस 0.5 फीसदी चढ़कर 188.40 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
एनसीडीईएक्स पर हल्दी में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है। मुनाफावसूली के चलते हल्दी में गिरावट आई है। मांग बढ़ने से हल्दी की कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विंटल का उछाल देखने को मिला था। हालांकि कमजोर मॉनसून से हल्दी की फसल कमजोर रहने का अनुमान है। फिलहाल एनसीडीईएक्स पर हल्दी 2 फीसदी की गिरावट के साथ 5,300 रुपये के नीचे आ गई है।
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